Maar Maar Baaghi 4 Lyrics

Maar Maar Lyrics (Baaghi 4) — Star Boy Loc & Suyyash Rai

Song Details

Maar Maar Baaghi 4 Lyrics

झुंडा में
आते हैं कुत्ते, बिल्ले
शेर तो आता अकेला है
मैने बचपन में
खिलोनो से नही
हथियारों से खेला है

खून में गरमी
थोड़ा घमंडी
47 सी रखता बंदी
माफ़िया मांगते
दुश्मन क्युंकि
माफ़िया है
मेरे सम्बन्धी

मैं छोड़ता नही
वो दुश्मन
जो आँखों में
एक बार कैद करूं
रुकती नही बंदूक
मार गोलियां
छाती में
छेद करूं

मार, मार
मार, मार
मार, मार
छेद करूं मैं
मार, मार
मार, मार
गोली छाती में
छेद करूं मैं

मार, मार
मार, मार
मार, मार
छेद करूं मैं
मार, मार
मार, मार
गोली छाती में
छेद करूं मैं

मार, मार
मार, मार

तु कहाँ लड़ेगा शेर से
इस छाती का जोर ही अलग है
तेरी चीखों का
मेरी गोलियों का
दोनों का शोर अलग है
मैं जान से मार दूँ
जान बुझ के
जब तक जान है सीने में
ये खलनायक सी ज़िंदगी
तुझे वक़्त लगेगा जीने में

पसीने से जला दूँ लोग
मेरी दहाड़ से डरते हैं
मैं पागल सा खूंखार आदमी
क्युं मेरे मुँह लगते हैं
मेरी आँखें हैं निशानों पे
निशाने कभी न चुके हैं
ये खुद नही खरीदी
ये पुश्तैनी बंदूके हैं

तेरी तरह हर बात न
अपने बॉस को escalate करूं
मेरी रुकती नही बंदूक
मार गोलियां छाती में
छेद करूं

मार, मार
मार, मार
मार, मार
छेद करूं मैं
मार, मार
मार, मार
गोली छाती में
छेद करूं मैं

मार, मार
मार, मार
छेद करूं मैं
मार, मार
मार, मार
गोली छाती में
छेद करूं मैं

मार, मार
मार, मार
मार, मार

मार, मार
मार, मार
मार, मार
छेद करूं मैं
मार, मार
मार, मार
गोली छाती में
छेद करूं मैं

मार, मार
मार, मार
छेद करूं मैं
मार, मार
मार, मार
गोली छाती में
छेद करूं मैं

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