| Song | Ul Jalool Ishq |
| Artist | Papon & Shilpa Rao |
| Album | Gustaakh Ishq (2025) |
| Written by | Gulzar |
| Produced by | Debarpito Saha |
Ul Jalool Ishq Papon & Shilpa Rao Lyrics
निकम्मा, बेतुका
मगर फिर भी क़ुबूल है
उल-जलूल इश्क़ ये
उल-जलूल
उल-जलूल इश्क़ ये
उल-जलूल
निकम्मा, बेतुका
मगर फिर भी क़ुबूल है
उल-जलूल इश्क़ ये
उल-जलूल
ना कोई क़ायदा है
ना कोई भी उसूल
ना कोई क़ायदा
ना कोई भी उसूल है
उल-जलूल इश्क़ ये
उल-जलूल
अरे, उल-जलूल इश्क़ ये
उल-जलूल
लड़खड़ाते हैं
दगमगाते हैं
उस गली में हम
बेहक जाते हैं
ओ, लड़खड़ाते हैं
दगमगाते हैं
उस गली में हम
बेहक जाते हैं
मुस्कुराते हैं
खामख़ा
जाते हैं
खामख़ा
दो दिलों के कोर्ट में
मुक़दमा है इश्क़
कभी गुस्ताख़ियाँ
कभी छोटी-सी भूल है
उल-जलूल इश्क़ ये
उल-जलूल
अरे, उल-जलूल इश्क़ ये
उल-जलूल
आँखों-आँखों
में कुछ तो कहते हैं
इक करके जाते हैं
ओ, कोई ख़त है
या कोई संदेशा
क्यों कबूतर युँ
गुंगुनाते हैं
गोलगप्पे हैं
गालों में
प्यार छलका है
प्यालों में
अधजगी-सी आँखों में
सुरमा है इश्क़
मेरी नादानियाँ
मेरे ख्वाबों की धूल है
उल-जलूल इश्क़ ये
उल-जलूल
उल-जलूल इश्क़ ये
उल-जलूल
अरे, उल-जलूल इश्क़ ये
उल-जलूल
अरे, उल-जलूल इश्क़ ये
उल-जलूल






